फेफड़ों का कार्य
फेफड़े हमारे शरीर की श्वसन प्रणाली (Sesperatory System) का मुख्य हिस्सा है । जिसका काम है -ऑक्सीजन को साँस के द्वारा अंदर खींचना और फिर कार्बन डाइऑक्साइड के रूप में बाहर निकालना । फेफड़े ही हैं जो हमारे ऑक्सिजनेटेड ब्लड को पूरी तरह बॉडी में पहुंचाते हैं । जिसकी वजह से हमारा शरीर पूरी तरह से काम कर पाता है । How to Clean Lungs From Cigarette –
fefdo ki safai kaise karen
धूम्रपान से नुकसान
जो भी भी व्यक्ति धूम्रपान करता है । उसके लिए यह समझना जरूरी है कि धूम्रपान का एक कश भी अंदर जाता है। उसमें लगभग 7000 केमिकल होते हैं । जिसमें से 70 केमिकल इतने ज्यादा हानिकारक होते हैं । जो फेफड़ों की कोशिकाओं को बुरी तरह क्षति पहुंचाते हैं । धूम्रपान करने वालों को फेफड़े का कैंसर होने का 15 से 20 गुना ज्यादा खतरा होता है ।

तंबाकू में कार्बन मोनोऑक्साइड होता है जो की बहुत ही खतरनाक है । धूम्रपान करने वाले व्यक्ति के शरीर में कार्बन मोनो ऑक्साइड की मात्रा बहुत बढ़ जाती है । धूम्रपान से तंबाकू के खतरनाक केमिकल व्यक्ति के खून में जाकर मिल जाते हैं । और वही खून फिर सारे शरीर में बहता रहता है । इससे फेफड़े तो खराब होते ही हैं साथ-साथ हृदय (Heart), गुर्दे(Kidney), त्वचा, नाखून और बाल प्रभावित होते हैं । इसके अलावा धूम्रपान के कारण कभी भी हृदय गति (Heart Beat) और रक्तचाप (Blood Pressure) सामान्य नहीं हो पाता ।
How to Clean Lungs From Cigarette
धूम्रपान क्यों छोड़ें
धूम्रपान एक लत है । क्योंकि निकोटीन दिमाग में सिर्फ 10 सेकंड में पहुंच जाता है । और डोपामिन नाम का केमिकल छोड़ता है । जिसकी वजह से धूम्रपान करने वाला व्यक्ति आराम और सुकून जैसा महसूस करता है ।
लेकिन समस्या यह है कि इससे व्यक्ति के दिमाग की निकोटीन को सहने की शक्ति बढ़ जाती है । उसके लिए दिमाग वही सुकून और वही आराम बार-बार चाहता है । और ज्यादा निकोटीन की मांग करता है । इसकी वजह से वह व्यक्ति एक से दो और दो से 10 सिगरेट पर पहुंच जाता है धूम्रपान करने वाले को पता भी नहीं चलता । और इसका आदी हो जाता है ।
धूम्रपान को पूरी तरह से छोड़ना भी संभव है । लेकिन इससे पहले हमारे लिए यह जरूरी है कि हम अपने फेफड़ो को साफ (Detox)करें । उसके लिए आगे दिए गए पेय (Drink) का प्रयोग करें । जो बड़ी आसानी से फेफड़ों की सफाई करेंगे । How to Clean Lungs From Cigarette – fefdo ki safai kaise karen
1. पहला ड्रिंक
इसे बनाने के लिए आपको चाहिए – नींबू, अदरक, पुदीना और करेला ।
यह पेय (Drink)बनाने के लिए 1 लीटर पानी में नींबू के दो टुकड़े डालें । थोड़ी पुदीने की पत्तियां और कद्दूकस किया हुआ लगभग 2 इंच का अदरक का टुकड़ा डालें । इसके बाद एक करेले के बीज निकालकर उसके छोटे-छोटे टुकड़े कर ले और उसको भी पानी में डाल दे । इस पानी को फ्रिज में 5 से 6 घंटे के लिए रख दें ।
अदरक शरीर की श्वसन नली (Resperatory Track) से विषाक्त पदार्थों (Toxins) को हटाता है । और जमीन हुए बलगम का को बाहर निकालता है । करेला श्वसन प्रणाली (Resperatory System) को मजबूत बनाता है । करेले में कैंसर को रोकने की क्षमता (Cancer Preventing Properties) होती है । जो शरीर में कैंसर की कोशिकाओं को बढ़ने से रोकती है । How to Clean Lungs From Cigarette – fefdo ki safai kaise karen
इस ड्रिंक को दिन में दो बार पिए । एक गिलास सुबह खाली पेट और एक रात रात को सोने से पहले । लगातार तीन दिन तक इस ड्रिंक को पिए । इससे धूम्रपान से ख़राब हुए फेफड़े साफ हो जाएंगे । यह प्रक्रिया 1 महीने में एक बार अवश्य दोहराएं ।
दूसरा ड्रिंक
यह ड्रिंक बनाने के लिए आपको चाहिए – प्याज, हल्दी, अदरक और शहद ।
एक गिलास पानी ले । उसमें आधा कटी हुई प्याज डालें । दो इंच कटा या कद्दूकस किया हुआ अदरक डालें । आधा चम्मच हल्दी डालें । इस पानी को 8 से 10 मिनट तक उबालें । अब इस पानी को अच्छी तरह से छान लें । ठंडा होने पर इसमें एक चम्मच शहद मिलाएं ।
प्यार में एंटीऑक्सीडेंट होते हैं जो फेफड़ों को सुरक्षित करते हैं । इसके अलावा प्याज श्वसन प्रक्रिया को सुधारने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है । सभी जानते हैं कि हल्दी में कितने चिकित्सकीय गुण (Medical Properties ) होती है । हल्दी में मौजूद Curcumin फेफड़ों की सूजन को कम करने में बहुत असरदार होता है ।
इस ड्रिंक को भी लगातार तीन दिन तक दिन में दो बार पिए । हर महीने इस प्रक्रिया को अवश्य दोहराएं ।
धूम्रपान छोड़ें – How to Clean Lungs From Cigarette – fefdo ki safai kaise karen
अगर आप चाहते हैं कि आप के फेफड़े स्वस्थ बने रहें तो आपको आज की धूम्रपान छोड़ देना चाहिए ।
धूम्रपान छोड़ने के तुरंत बाद से आपके फेफड़े ठीक होना शुरू हो जाते हैं ।
20 मिनट बाद आपकी हृदय गति सामान्य हो जाती है ।
12 घंटे बाद आपके शरीर में कार्बन मोनोऑक्साइड की मात्रा कम हो जाती है ।
2 हफ्ते बाद फेफड़ों की कार्य क्षमता बढ़ जाती है और सांस लेने में आसानी होती है ।
4 हफ्ते में आप शरीर में नई स्फूर्ति और ताजगी महसूस करेंगे ।